#FourLinePoetry ना चांदनी रातें भानी लगे है हमें, ना अमावस में डर लगने लगा है, जाने जिंदगी के किस दौर से गुजर रहे हैं हम, कि बस हर तरफ मायूसी और बेबसी छाने लगा है। " कसम से" ।।शुक्रिया।। ***बीना*** (09/08/2021) **************** ©BEENA TANTI #fourlinepoetry #अगस्त05_19_08_2021