जो दोगे वही मिलेगा नियती का नियम यही चहुं और मिलेगा कर्म करके भूल न जाना हर बात का यहीं हश्र मिलेगा मान दोगे मान मिलेगा सम्मान दोगे, मिलेगा सम्मान करी करूणा तो दिल को चैन मिलेगा जो बोई नफरत तो नफरत का सैलाब मिलेगा। आंसुओं के खेत में बद्दुआ का दरिया मिलेगा बांटी जो मुस्कुराहटें, हंसी का तूफान मिलेगा आज नहीं करूं कल -मुशकिलो का अमबार मिलेगा तुम्हारी हर ताली पर, वाह वाही का भरमार मिलेगा आज़मा लो चाहे बार हज़ार जीवन के हर मोड़ पर नियम यही हर बार मिलेगा सोच ऊंची रख प्यारे सोच बुलंद रही अगर हर मुश्किल का पार मिलेगा!!! नियम