आज बिना दरवाज़ा खटखटाए भइया भाभी के कमरे का दरवाज़ा खोल दिया। भाभी कमरे में अकेली थी, साड़ी का पल्लू अभी नीचे था और वो कमर में साड़ी में पिन लगा रही थी। Blouse से भाभी का नाप साफ समझ आ रहा था। भाभी ने मुझे आइने से देख लिया था। मैंने ये देखते ही दरवाज़ा झट से बंद कर दिया। मेरी जवानी उम्र के साथ और बढ़ती नज़र आ रही थी। #yqhindi #hindi #erotica #sex #moansandmoons #fantasy #yqdidi #yqquotes