आँखों से ओझल हो गया, टूटा हुआ कोई तारा था पलभर में ही वो दूर हुआ, हमें लगा वो हमारा था।। जो ठहरा होता पास मेरे वो, मांगते हम भी मुराद कोई, ख्वाहिशें अधूरी ही रह गयीं, उसपे सबकुछ अपना हारा था।। #Toota_Hua_Taara