मेरी आरज़ू, मेरी तमन्ना, मेरी चाह, मेरी मोहब्बत, मेरा इश्क़, मेरी हसी, मेरी रौनक मेरी खुशी, मेरा ग़म, मेरे अश्क़... उसी तक महदूद हो कर रह गए हैं। ~Hilal #Mahdood #Ishq #Ashq