लोगो से जो घिरा हुआ है तन मन वहीं दिल एकाकी मे समाया हुआ है, भलाई सबसे करता है नफरतों के ढेर कमाया हुआ है, किसी की खोज मे है आज भी हर पल दो पल, मगर उसका एहसास आँखों मे बसाया हुआ है।। एकाकी