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थोड़ा बदल गई हु मैं अब इन आंखों में सपनो की चमक की

थोड़ा बदल गई हु मैं
अब इन आंखों में सपनो की चमक की जगह
हक़ीक़त से मिली खराशो ने कर ली हैं 
थोड़ा बदल तो गईं हु मैं
अब किसी का प्यार पाना खुद को सही साबित करना,
किसी की गलतियां गिनवाना इन फिजूल बातों में नहीं लगती
मान लिया हैं मैने बहुत मुश्किल हु मैं
जो खुद छूट जाना चाहता हो अब उसे 
जबरदस्ती बांधती नहीं मै
बदल तो गईं हु मैं
अब मुझे किसी से कोई शिकायत नहीं है
मैने खुद को हर अच्छाई हर बुराई के साथ गले लगा लिया है
समझ चुकी हु मैं, कोई साथ नहीं हैं मेरे
अब खुद के साथ को ही काफी मान ने लग गई हु
थोड़ा बदल गई हु मैं
ना किसी का इंतेज़ार है अब
ना बांटना हैं दर्द किसी से 
खुद को खुद का इकलौता मरहम समझने लग गई हु मैं
अब मैं महंगे सपने नहीं देखती,अब जमीन का अंदाज़ा हो गया है मुझे
समझ चुकी हु मैं कि चकाचौंध नहीं है मुझ में
और
यहां सुकून नहीं चमक की तलब रखते हैं लोग
मान लिया हैं जो मेरा हैं,वो इक दिन खुद ब खुद कमा लेगा मुझे
अब बेवजह खयालों को हवा देना बंद कर दिया है,मैने
मैं समझ चुकी हु की ये दुनिया हैं 
यहां मुझ जैसों की क़दर नामुमकिन है
तो बस 
अब खुद ही खुद को शाबाशी देती हु
अपनी हर चोट खुद सहला लेती हु
मासूम सा मन है मेरा
जब जब मायूस होता है
प्यार से समझा लेती हु
तो सच है
थोड़ा तो बदल गई हु,मैं...

©ashita pandey  बेबाक़ #leafbook  प्रेरणादायक मोटिवेशनल कोट्स मोटिवेशनल कोट्स हिंदी
थोड़ा बदल गई हु मैं
अब इन आंखों में सपनो की चमक की जगह
हक़ीक़त से मिली खराशो ने कर ली हैं 
थोड़ा बदल तो गईं हु मैं
अब किसी का प्यार पाना खुद को सही साबित करना,
किसी की गलतियां गिनवाना इन फिजूल बातों में नहीं लगती
मान लिया हैं मैने बहुत मुश्किल हु मैं
जो खुद छूट जाना चाहता हो अब उसे 
जबरदस्ती बांधती नहीं मै
बदल तो गईं हु मैं
अब मुझे किसी से कोई शिकायत नहीं है
मैने खुद को हर अच्छाई हर बुराई के साथ गले लगा लिया है
समझ चुकी हु मैं, कोई साथ नहीं हैं मेरे
अब खुद के साथ को ही काफी मान ने लग गई हु
थोड़ा बदल गई हु मैं
ना किसी का इंतेज़ार है अब
ना बांटना हैं दर्द किसी से 
खुद को खुद का इकलौता मरहम समझने लग गई हु मैं
अब मैं महंगे सपने नहीं देखती,अब जमीन का अंदाज़ा हो गया है मुझे
समझ चुकी हु मैं कि चकाचौंध नहीं है मुझ में
और
यहां सुकून नहीं चमक की तलब रखते हैं लोग
मान लिया हैं जो मेरा हैं,वो इक दिन खुद ब खुद कमा लेगा मुझे
अब बेवजह खयालों को हवा देना बंद कर दिया है,मैने
मैं समझ चुकी हु की ये दुनिया हैं 
यहां मुझ जैसों की क़दर नामुमकिन है
तो बस 
अब खुद ही खुद को शाबाशी देती हु
अपनी हर चोट खुद सहला लेती हु
मासूम सा मन है मेरा
जब जब मायूस होता है
प्यार से समझा लेती हु
तो सच है
थोड़ा तो बदल गई हु,मैं...

©ashita pandey  बेबाक़ #leafbook  प्रेरणादायक मोटिवेशनल कोट्स मोटिवेशनल कोट्स हिंदी