जीना है तो दूसरों के लिए जियो अपने लिए तो हर कोई जीता है, तुम समझो तो स्त्री ताड़का है नजरिया बदलो तो सीता है, बड़ो का आदर ना किया तो क्या फ़ायदा, चाहें पढ़ा हो क़ुरान चाहें पढ़ी हो गीता है। ©Anuj Verma #Use #your #Studies #for #the #Betterment #of #Society #flood