कागज़ दिल होता है जिस पर हम कलम से हमारी मंशा उतारतें है। जैसा हम लिखते समय सोचते है वही भाव पढ़ने वाला भी पढ़ लेता है। कागज सिर्फ कागज रही रहता वो हमारी भावानाओका समुंदर बनता है। जिस में जिसे जी चाहे मिलता है। कभी मोती चुनते है कभी पत्थर । काग़ज़ और क़लम जैसे हम... #काग़ज़ #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi#your quote didi