गौतम बुद्घ की कहानी हूं मैं गुरु गोविन्द की वाणी हूं मैं सदियों तक जो अमर रहे वो अशोक की जिंदगानी हूं मैं मैं ही चाणक्य कि धरती हूं तो आर्यभट्ट की मिट्टी भी मैं गांधी की थी कर्मभूमि तो वीर कुंवर की रण भूमि मैं शारदा सिन्हा की गीत भी हूं तो आनंद मिलिंद कि संगीत भी हूं मैं दिनकर की साहित्य ना पूछो वशिष्ठ नारायण की मैथ भी हूं मैं अरे देश नहीं पूरी दुनिया का मैं तो एक उपकार हूं जोर से बोलो सारे लोगों - हां मैं बिहार हूं। ©Rajesh Roy #हां मैं बिहार हूं। #coachrajeshroy #mindtrainerrajeshroy #inspirationwithRKR #motivationalpoem #motivationalquotes #nojoto