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हवा कुछ ऐसी चली है बिखर गए होते, रगों में खून न हो

हवा कुछ ऐसी चली है बिखर गए होते,
रगों में खून न होता तो मर गए होते !!

ये सर्द रात ये आवारगी ये नींद का बोझ,
हम अपने शहर में होते तो घर गए होते !! #christmas2020  Ambika Jha Khushi Sankhla Tarakeshwar Dubey KRISHNA KUMAR KUSHVAHA homquotes Shikha Sharma
हवा कुछ ऐसी चली है बिखर गए होते,
रगों में खून न होता तो मर गए होते !!

ये सर्द रात ये आवारगी ये नींद का बोझ,
हम अपने शहर में होते तो घर गए होते !! #christmas2020  Ambika Jha Khushi Sankhla Tarakeshwar Dubey KRISHNA KUMAR KUSHVAHA homquotes Shikha Sharma