तेरे अब्सारों की गहराई, भुलाती है मुझे तेरी परछाई, जब याद ना आए तो रुलाती है, रूठे हुए होक भी दिल से हसांती है। लफ्ज़ कुछ अनकहे से... •~~~•~~~•~~~•~~~• #हिंदी #शायरी #bhavin_writes #लफ्ज़