Nojoto: Largest Storytelling Platform

पसीने का हक़ वक़्त पर हो अदा,खुशबू आती है रेंगता म

पसीने का हक़ वक़्त पर हो अदा,खुशबू आती है 
रेंगता मिला इंसाफ भी बस बदबू ही छोड़ जाता है
.
धीर
 बदबू आती है
पसीने का हक़ वक़्त पर हो अदा,खुशबू आती है 
रेंगता मिला इंसाफ भी बस बदबू ही छोड़ जाता है
.
धीर
 बदबू आती है