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लिबास से कोई ईमान की तस्वीर नहीं होते मासूम चेहरे

लिबास से कोई ईमान की तस्वीर नहीं होते

मासूम चेहरे वालों के क्या? बग़ल में शमशीर नहीं होते
ज़रूरी नहीं सभी नेक हों सब के जगे हुए ज़मीर नहीं होते ♥️ आइए लिखते हैं #मुहावरेवालीरचना_342 

👉 कमली ओढ़ने से फ़कीर नहीं होते लोकोक्ति का अर्थ ---- ऊपरी वेशभूषा से किसी के अवगुण नहीं छुप जाते। 

♥️ इस पोस्ट को हाईलाइट करना न भूलें :) 

♥️ दो लेखकों की रचनाएँ फ़ीचर होंगी।
लिबास से कोई ईमान की तस्वीर नहीं होते

मासूम चेहरे वालों के क्या? बग़ल में शमशीर नहीं होते
ज़रूरी नहीं सभी नेक हों सब के जगे हुए ज़मीर नहीं होते ♥️ आइए लिखते हैं #मुहावरेवालीरचना_342 

👉 कमली ओढ़ने से फ़कीर नहीं होते लोकोक्ति का अर्थ ---- ऊपरी वेशभूषा से किसी के अवगुण नहीं छुप जाते। 

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anitasaini9794

Anita Saini

Bronze Star
New Creator