जलियांवाला बाग हत्याकांड एक साम्राज्यवादी देश की क्रूरता की निशानी है। सलाम है हिंदुस्तान के उन तमाम शहीदों एवं स्वतंत्रता सेनानियों को जिन्होंने क्रूर अंग्रेजी हुकूमत की चूलें हिला दीं और देश को स्वतंत्र कराया। जलियांवाला बाग हत्याकांड ब्रिटिश क्रूरता का प्रतीक है। हजारों की तादाद में लोग बैसाखी के दिन अमृतसर के जलियांवाला बाग में जमा हुए थे। वे लोग शांति के साथ प्रदर्शन कर रहे थे और सभी निहत्थे थे। लेकिन दमनकारी सत्ता को हथियारबंद आंदोलन से ज्यादा निहत्थे लोगों का प्रदर्शन चुभता है। ऐसा ही जलियांवाला बाग हत्याकांड मामले में भी हुआ। निहत्थे और शांतिपूर्ण तरीके से विरोध प्रदर्शन कर रहे लोगों को गोलियों से भून दिया गया। जलियांवाला बाग बेकसूरों के खून से भर गया। लेकिन जलियांवाला बाग में भारतीयों की कुर्बानी बेकार नहीं गई। यह भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन के इतिहास में बड़े बदलाव का कारण बनी। 🙏 जलियांवाला बाग के अमर शहीदों को नमन। जलियांवाला बाग के अमर शहीदों को नमन। ©rishika khushi #jalliyanwalabagh शहीदों को शत-शत नमन🙏🙏