माँ ही #जीवन देती हमको, #दर्द सभी वह सहकर के, #प्रेम से पालन पोषण करती, #त्याग वो देती हर सुख को, #अग्नि में वो तपा तपकर, कुंदन मुझे बनाती है, गर्व उसे तब होता है, जब बेटा अच्छा बनता है.! #अजय57 माँ का त्याग