इंतज़ार , बहाने , बेरुखी से आ आज तेरी तरहा ही तुझसे मुलाक़ात करता हूँ जरा तू भी सुना दर्द-ऐ-दिल का मंज़र जब मैं तेरे अंदाज़ में तुझसे बात करता हूँ true #reality