Mantri Ji मंत्री जी का जीवन मानो,बिन पेंदे का लोटा, कभी इधर लुडकता कभी उधर, जहाँ मलाई मिले वही जाता है ,सरक झूठे वादों के लगा देते हैं ढेर, जनता करती त्रहिमाम, और...... चुनाव जीतते ही ये बन जाते हैं शेर।।। ©Matangi upadhyay #Goodevening #mythoughts #mywords #forfun #matangiupadhyay #WForWriters