Nojoto: Largest Storytelling Platform

भारत के भुजबल जग रक्षित। भारतविद्या लहि जग सिच्छित

भारत के भुजबल जग रक्षित।
भारतविद्या लहि जग सिच्छित ।।
भारततेज जगत बिस्तारा।
भारतभय कंपत संसारा ।।
जाके तनिकहिं भौंह हिलाए।
थर थर कंपत नृप डरपाए ।।
जाके जयकी उज्ज्वल गाथा।
गावत सब महि मंगल साथा ।।
भारतकिरिन जगत उँजियारा।
भारतजीव जिअत संसारा ।।
भारतवेद कथा इतिहासा।
भारत वेदप्रथा परकासा ।।
फिनिक मिसिर सीरीय युनाना

©Manish Kumar
  hindi kavita
manishkumar1827

Manish Kumar

New Creator

hindi kavita #कविता

3,698 Views