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अखबार का हॉकर सड़क पर चिल्ला रहा था कि सरकार ने जनत

 अखबार का हॉकर सड़क पर चिल्ला रहा था कि सरकार ने जनता का विश्वास खो दिया है अब कड़े परिश्रम, अनुशासन और दूरदर्शिता के अलावा कोई रास्ता नही बचा है ।
एक रास्ता और है कि सरकार इस जनता को भंग कर दे और अपने लिए नई जनता चुन लें ।

ये संवाद बर्तोल्त ब्रेख्त के एक नाटक का है, ब्रेख्त बीसवीं सदी के एक प्रसिद्ध जर्मन कवि, नाटककार और नाट्य निर्देशक थे। द्वितीय विश्व-युद्ध के बाद ब्रेख्त ने अपनी पत्नी हेलेन विगेल के साथ मिलकर बर्लिन एन्सेंबल नाम से एक नाट्य मंडली का गठन किया और यूरोप के विभिन्न देशों में अपने नाटकों का प्रदर्शन किया। 

ये दृश्य हमारे राष्ट्र के आने वाले समय को इंगित करता महसूस होता है । क्यूंकि आज सरकार भारत की आधे से ज्यादा आबादी का विश्वास खो चुकी है जो कुछ लोग सत्ता के साथ दिख रहे है आने वाले समय मे ये भी उनसे त्रस्त हो जाएंगे तब या तो जनता अपने लिये नई सरकार चुनेगी या सरकार अपने लिए नई जनता ।।
 अखबार का हॉकर सड़क पर चिल्ला रहा था कि सरकार ने जनता का विश्वास खो दिया है अब कड़े परिश्रम, अनुशासन और दूरदर्शिता के अलावा कोई रास्ता नही बचा है ।
एक रास्ता और है कि सरकार इस जनता को भंग कर दे और अपने लिए नई जनता चुन लें ।

ये संवाद बर्तोल्त ब्रेख्त के एक नाटक का है, ब्रेख्त बीसवीं सदी के एक प्रसिद्ध जर्मन कवि, नाटककार और नाट्य निर्देशक थे। द्वितीय विश्व-युद्ध के बाद ब्रेख्त ने अपनी पत्नी हेलेन विगेल के साथ मिलकर बर्लिन एन्सेंबल नाम से एक नाट्य मंडली का गठन किया और यूरोप के विभिन्न देशों में अपने नाटकों का प्रदर्शन किया। 

ये दृश्य हमारे राष्ट्र के आने वाले समय को इंगित करता महसूस होता है । क्यूंकि आज सरकार भारत की आधे से ज्यादा आबादी का विश्वास खो चुकी है जो कुछ लोग सत्ता के साथ दिख रहे है आने वाले समय मे ये भी उनसे त्रस्त हो जाएंगे तब या तो जनता अपने लिये नई सरकार चुनेगी या सरकार अपने लिए नई जनता ।।

अखबार का हॉकर सड़क पर चिल्ला रहा था कि सरकार ने जनता का विश्वास खो दिया है अब कड़े परिश्रम, अनुशासन और दूरदर्शिता के अलावा कोई रास्ता नही बचा है । एक रास्ता और है कि सरकार इस जनता को भंग कर दे और अपने लिए नई जनता चुन लें । ये संवाद बर्तोल्त ब्रेख्त के एक नाटक का है, ब्रेख्त बीसवीं सदी के एक प्रसिद्ध जर्मन कवि, नाटककार और नाट्य निर्देशक थे। द्वितीय विश्व-युद्ध के बाद ब्रेख्त ने अपनी पत्नी हेलेन विगेल के साथ मिलकर बर्लिन एन्सेंबल नाम से एक नाट्य मंडली का गठन किया और यूरोप के विभिन्न देशों में अपने नाटकों का प्रदर्शन किया। ये दृश्य हमारे राष्ट्र के आने वाले समय को इंगित करता महसूस होता है । क्यूंकि आज सरकार भारत की आधे से ज्यादा आबादी का विश्वास खो चुकी है जो कुछ लोग सत्ता के साथ दिख रहे है आने वाले समय मे ये भी उनसे त्रस्त हो जाएंगे तब या तो जनता अपने लिये नई सरकार चुनेगी या सरकार अपने लिए नई जनता ।। #Quote #nojotophoto