पल्लव की डायरी घुन की तरह पिस रहा युवा हालातो का शिकार हो गया मेरा शहर बेरोजगारों का मेला हो गया छल बल की सियासतों से मेक इन इंडिया घायल हो गया हुनर तराशने का जिम्मा अनपढ़ों के हाथ मे हो गया अच्छे अच्छे लाइको का तजुर्बा पहुँच के बिना फेल हो गया चपरासी की नोकरी तक मे भी मेरा एम बी ए का कोर्स,भी फेल ही गया विभागों की खाक छानते छानते मेरे सपनों का जॉब,आज की व्यवस्था में चीख चीख कर रह गया प्रवीण जैन पल्लव ©Praveen Jain "पल्लव" #dreamjob #Jobs #Career #nojotoimage # मेरा शहर बेरोजगारों का मेला हो गया