कम याद आए हो तुम इस बरस याद क्या आओगे ना अगले बरस आते आते इस मोड़ पे आ गए दोनों कह नहीं सकते बनती थी इतने बरस आके लग गई कश्ती जब इस किनारे उसे पता चला सफ़र था कितने बरस एक बरस और गुज़र गया ज़िंदगी का एक बरस और पूछ लेगा पिछले बरस याद तो आए तुम मुझे क्या तुमने किया भूलना आसां था भूलते गए गिनके बरस Each New year #shayari #poetry #newyear #shahbazwrites #yqbaba #yqdidi #hindi #urdu