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वो हमारे लिए एहतियात बरतते हुए virus के बीच रह लेत

वो हमारे लिए एहतियात बरतते हुए virus के बीच रह लेता है
कड़ी धूप हो या भूख वो काम से नहीं भागता बस पानी पी लेता है
अगर मिले मौका घर जाने का तो
वो घर जाकर भी खाना घर के बाहर ही मंगा आराम से खा लेता है
पर बेटी को दरवाज़े से सटे देख छूने की चाहत को मार
पानी की जगह आँसुओं से पेट भर लेता है। वो हमारे लिए एहतियात बरतते हुए virus के बीच रह लेता है
कड़ी धूप हो या भूख वो काम से नहीं भागता बस पानी पी लेता है

अगर मिले मौका घर जाने का तो

वो घर जाकर भी खाना घर के बाहर ही मंगा आराम से खा लेता है
पर बेटी को दरवाज़े से सटे देख छूने की चाहत को मार पानी की जगह आँसुओं से पेट भर लेता है।
वो हमारे लिए एहतियात बरतते हुए virus के बीच रह लेता है
कड़ी धूप हो या भूख वो काम से नहीं भागता बस पानी पी लेता है
अगर मिले मौका घर जाने का तो
वो घर जाकर भी खाना घर के बाहर ही मंगा आराम से खा लेता है
पर बेटी को दरवाज़े से सटे देख छूने की चाहत को मार
पानी की जगह आँसुओं से पेट भर लेता है। वो हमारे लिए एहतियात बरतते हुए virus के बीच रह लेता है
कड़ी धूप हो या भूख वो काम से नहीं भागता बस पानी पी लेता है

अगर मिले मौका घर जाने का तो

वो घर जाकर भी खाना घर के बाहर ही मंगा आराम से खा लेता है
पर बेटी को दरवाज़े से सटे देख छूने की चाहत को मार पानी की जगह आँसुओं से पेट भर लेता है।