Nojoto: Largest Storytelling Platform

दर्द दर्जगी की, पेशकश ही जायज नहीं । दर्द खुद सहना

दर्द दर्जगी की, पेशकश ही जायज नहीं ।
दर्द खुद सहना, खुद ही मिटाना होता है ।।
ज़माने को दर्द के मखौल में महारत है ।
दर्द देने की, बढ़ाने की, ज़माने को आदत है ।। #जिन्दगीकासफर 
#yourquotedidi  #YourQuoteAndMine
Collaborating with Shyam Priya
दर्द दर्जगी की, पेशकश ही जायज नहीं ।
दर्द खुद सहना, खुद ही मिटाना होता है ।।
ज़माने को दर्द के मखौल में महारत है ।
दर्द देने की, बढ़ाने की, ज़माने को आदत है ।। #जिन्दगीकासफर 
#yourquotedidi  #YourQuoteAndMine
Collaborating with Shyam Priya