अभी अभी, वो गुज़रा, एक हवा के झोंके की तरह। जिसने जलते हुए दिल को, थोड़ी सी ठंडक दी। वो जो कभी, चलता आँधियों की तरह राह में। राही-पथिकों के होश उड़ाते हुए, आज मन को शीतल कर रहा। 121. #रंजनकश्यप #collab #collabwithme #yqdidi #yqquotes #रातकाअफ़साना #midnightthoughts #nightthoughts