शहर बदलने से क्या होगा,तुम तो दिल में बसे हो, उसे कैसे समझाऊ,जहाँ साथ दिल ही न हो, ऐसा शहर कहाँ से लाऊ,इस उलझी सी डोरी को, मेरी मजबूरी को, अब कैसे सुलझाऊ, मुझे बताओ मैं कहाँ जाऊ, कैसे सम्हालू खुदको कैसे दिल को समझाऊ, तुम तो रूठे भी नहीं तो कैसे मनाऊ..? हर पल में तो बसे हो कैसे भुलाऊँ..? तुम बिन मुकम्मल न मेरी ज़िंदगी है, तो फिर क्या मर जाऊ..?? #NojotoQuote #Nojoto #Nojotohindi #Shahar #Dil #mukkamal