आज हर वो जगह बिरान पड़ी है, जहां बैठ कर लोग कभी मिलते थे। याद कर रहा हर कोई उन पलों को आज, जहां बैठे कर लोग जिंदगी की भाग दौड़ से शकुन पाने की तलाश किया करते थे। Meenakshi Sharma बैठने की जगह