संवाद बड़ा ही गहरा चल रहा है था, जाने कितनों के मन में छल पल रहा था, यहां बाते सुनाने सुनाने में लिप्त और लीन थी, कोई खुश तो किसी की आंखे नमकीन थी, जब सिलसिला आया बहस खतम करने को, किसी ने कहा एक और बात है अमल करने को। बात सुन के सभी को जाने क्या हो गया, मानो संसद में जैसे भूकंप सा माहौल हो गया, कुर्सियों के उपर मेजे मिली और मेजों ऊपर कुर्सियां, पकपक करते इंसानों में दिख रही थी मुर्गियां, सहसा कैसे ऐसी शक्ति अभिव्यक्तियों में आ गई, एक और बात की मस्ती पूरे संसद में चढ़ छा गई। बातें पूरी कर लेने के बाद भी बची रह जाती है एक और बात Collab करें YQ DIDI के साथ। #एकऔरबात #collab #yqdidi