अपने कीमती अल्फाज और मशवरे वहीं पे जताना, जहां पे उनकी सच में कद्र हो। फिजूल जगह पे लब खोलना, ऐसा ही है, जैसे बंजर ज़मीन पे बीज बोना है। ©Shahebaaz Ali #keemtialfaz #dewdrops