ना कहे कोई मोहब्बत करने को, अभी कई और काम बाकि है ज़रा गौर से देखो चारो और, ज़िन्दगी के कई इम्तेहान बाकि है फिल्मों में देखते हो वो सच नहीं, आने वाले नए अंजाम बाकि है मौसम तो कई आएंगे जायेंगे, अभी चलना सफर अनजान बाकि है मंज़िलें पता पूछ रही है तेरा काफिर, गुज़ारना कई शहर वीरान बाकि है मोहनीश #waiting "Teri Manzil"