ना दुआ ही थी,ना दवा ही थी.. बस तेरे दर्द भरी आंखों की तो ये अदा ही थी.. के जब जब तुझे देखा कुछ जी सा जाता था.. अपने अर्मनो को तेरे आंखों के आसुओं में देख कर पी सा जाता था.. ©saloni Bhatia dard #aakhay