मैं बैठा रहूँ पास तेरे बिना कुछ बोले अपलक ताक़ता रहूँ तेरी आँखों को नजदीकियाँ इतनी कि देख न पाए तेरी ओर से मुझे और मेरी ओर से तुझे कोई मन करता है कि भरलूँ ख़ुद में तेरी साँसों को बिरहन में किसी जोगन सा नाचता फिरूँ तेरी याद में गीत गाऊँ पलकों में आँसू आये तो हथेली पर ले मुस्कुराऊँ ♥️ Challenge-822 #collabwithकोराकाग़ज़ ♥️ इस पोस्ट को हाईलाइट करना न भूलें :) ♥️ रचना लिखने के बाद इस पोस्ट पर Done काॅमेंट करें। ♥️ अन्य नियम एवं निर्देशों के लिए पिन पोस्ट 📌 पढ़ें।