पकड़ कर तुझे इस मुट्ठी मे चकना चूर कर दूँगा बस अपने अंदाज से ही मै तेरी सोच का वजन तोल दूँगा कभी सोचा न होगा तूने, कि तूने मुझे किस रूप मे बदल दिया है तबहा कर दूँगा तुझे मै और पूरी दुनिया से दूर कर दूँगा -new chapter(Deepak✍) # be in your limits