क्या खूब दिया खुदा ने बेचैनी मेरे दिल को क्या चाहता है यह भी पता नहीं मेरे दिल को बस यूं ही लुटाता रहूं नींदे ये रातें और उनकी यादें पता नहीं कब सुकून मिले मेरे दिल को ✍️SantoshBabu dil bechain