ज़्यादा मत सोचिए जिंदगी जैसे चल रही है, चलने दीजिये दुविधा में मत रहिए किताबों में नहीं मिलते हल मन में जो चल रहा है, चलने दीजिये सफर लम्बा है, जिंदगी छोटी है नैया जिधर चलती है, चलने दीजिये ख़ुदा पर रख भरोसा उसके दर पर भले ही देर है मगर अंधेर नहीं विश्वास की जोत जलने दीजिये ज़्यादा मत सोचिए जिंदगी जैसे चल रही है, चलने दीजिये..... ©Gurinder Singh #poetrylandmark #Poetry #poetrycommunity #Hindi #Shayari #Books