क्यों आते हो मोहब्ब्त का पैग़ाम लिए? हर बार एक नया सैलाब लिए, मुसाफिर हो, ठहरना तुम्हारी फितरत नहीं, फिर दिल में आशियाना क्यों बनाते हो? #mojziracle #deepalidp #jashnerekhta #hindishayari