ऐ मोहब्बत तिरे अंजाम पे रोना आया जाने क्यूँ आज तिरे नाम पे रोना आया यूँ तो हर शाम उमीदों में गुज़र जाती है आज कुछ बात है जो शाम पे रोना आया शकील बदायूंनी ©सत्य..ʰᵉᵃʳᵗˡᵉˢˢ_ʷʳⁱᵗᵉʳ #birthday #shakeelbadayuni