सारी उम्र रोते रहे? मगर क्यों? हम दिन में भी सोते रहे? मगर क्यों? पाया बहुत कुछ जीवन में, पाकर भी खोते रहे? मगर क्यों? माना ढलती उम्र, कम साथ देती है.... हम उम्र के हिसाब से ढलते रहे? मगर क्यों? ©रूपा दे मगर क्यों? #कविता #जिंदगी #आशाएं #उम्मीद #उम्र