ग़म की सौग़ात है ख़मोशी है असलम कोलसरी पूरी ग़ज़ल अनुशीर्षक में पढ़ें #NojotoQuote Hindi Ghazal ख़ामोशी पर बेहतरीन शायरी ग़म की सौग़ात है ख़मोशी है चाँदनी रात है ख़मोशी है मैं अकेला नहीं कि बातें हों वो मिरे सात है ख़मोशी है