कुदरत के देखो कैसे खेल निराले हैं कहीं अंधेरे हैं तो कहीं उजाले हैं चेहरा बयान नहीं करता दिल की सच्चाई को कुछ तो काले हैं कुछ लोगो के दिल भी काले हैं मुसफिर कोई देख ले तो जान का खतरा है उसको ऐसे कातिल अन्दाज से उसने कंधो पर बाल डाले हैं राह मे जो भी मिलेगा अपना बना ही लेंगे हमारा क्या है हम तो मोहब्बत करने वाले हैं अब इन जेहरीले लोगो से डरना कैसा राशिद ये आस्तिं के सांप हमने खुद ही तो पाले हैं #IITkayanjali