बेबाकी के सिकस्त सी धूल झाड़ता वह युवा जो........ अपने हौसलों और सपनो का मसाला लपेटे अपने ही खयालो मे नमकीन हुआ चला जा रहा हैं........... वक्त कि आंच पर धीमे धीमे पकता चला जा रहा हैं............ सच कहते हैं कि वह इस सिस्टम के लिए और खुद के लिए बस एक निवाला हुआ चला जा रहा हैं............ ------------🙏------------ - विकास ✍️ #AS #आजकायुवा