बणों का फूलो मां ऐ ग्ये फूलार सज्यां होला खोला-घर-द्वार बाला-ज्वान सभी हैंसणा होला मुख पर आयूँ होलू उलार जंगलों के फूलों में पुष्पन आ गया है घर मोहल्ले दहलीज सभी सजी हुई बच्चे और जवान सभी प्रसन्न हैं