मेरा मन होंठों पे नकली मुस्कान लिए बेठै हैं! दुनिया में अलग ही पहचान लिए बेठै हैं! कोई पागल समझता है कोई दिवाना कहता है, प्यार में कैसे कैसे ईनाम लिए बेठै हैं! "Rojan Roja" #meri Shayri mere alfaaz#