खिलौना होना भी आसान है एक दिन दिल ने कहा.. मैंने कहा नहीं, "बार बार टुटकर जुड़ना होता है, हर चोट सहकर चुप रहना होता है, कोई कहे कुछ भी या तोड़ दे तुमको हर दर्द सहकर भी आह दबाना होता है खिलौना बनना भी कहाँ आसान होता है" ©सखी #खिलौना #आसान