वो इल्जाम लगा गए टूटी खिडकी का,हमने तो कोई पत्थर फेंका ही नही था, वो आए थे हथकडीयां लेंकर दहलीज पर हमारी,हमने तो कोई गुनाह किया ही नही था, हमने यूं जूदा होने का कारण पूंछा,तो उनके पास शायद कोई कारण नही था, फिर भी वो जाते-जाते दिल टूटने का कारण हवस बता बैंठे,हमने तो उन्हे कभी गर्दन के नीचे देंखा ही नही था।।। Shinoy Singh Rajput khushi kumawat.. 😊