रात की तन्हाई नश्तर जैसी स्याह रातों को, जरा सा करार मिल जाए। उसकी हर खता माफ़ कर दूंगा, कोई ग़मगुसार मिल जाए।। –jivan Kohli✍️ ©खुले जहां के आजाद मुसाफ़िर #स्याह #रात #नश्तर #हम दर्द