मुफलिसी दम तोड़ रही है सरे-आम रास्तों में दौलतमंद बा-इज्जत बरी घूम रहे है रास्तों में पैसा बोल रहा है कचहरी में भी जानवरों का भी खून लगा है इंसानों के हाथों में बनाया जा रहा है लोगों को भगवान सिनेमा से अपराध भी डाल रहा है करोड़ों लोगों के खातों में आधा अधूरा ही सच दिखता है यहां फिर खबरों में चंद पैसों के लिए राई भी फिर पहाड़ बन जाती है अधूरी बातों में पत्थरों से ज़ख्मी हो रही है देशभक्ति कहीं कड़ी बस निंदा ही हुई फिर सोशियल मीडिया की बातों में शहीद होता है हर दिन एक जवान सरहद पे मगर बस ग्लेमर ही दिखाया जाता है फिर बिकने की हसरतों में टूट के बिखर रहा है भरोसा किसान का कर्ज माफी के दिलासे ने उड़ा दी नींद रातों में आमदनी से ज्यादा कर चुकाने में बीत रही है ज़िन्दगी नीरव और माल्या तो लूट गए देश बातों बातों में राज्यो के नाम बदल रहे हैं यहां बड़ी तेज़ी से सहूलियत के नाम पर दिखा रहे है ख्वाब चुनावी मुलाकातों में भगवा हरा और जात पात में उलझ गए है लोग इतना कोयला और चारा भी खत्म हो गया चंद रातों में तबाह हो रहे है घर भगवान और खुदा दोनों के ही वोट बैंक भर रहा है फिर मज़हबी मिन्नतों में पैर बड़ रहें हैं मगर चादर छोटी रह गई है वादे और हकीकत दिख जाते हैं देश के हालातों में A_tale_for_you #NojotoQuote Satire on Today's world #nojotohindi #hindiwriters #urdu #urduwriters #satire #politics #media #glamour #peace #urdupoetry #nazm #ghazal #kahaniwala #kalakaksh