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खामोश रहकर बहुत कुछ कह रही है नजर अब और न कुछ बोलो

खामोश रहकर बहुत कुछ कह रही है नजर
अब और न कुछ बोलो यही कह रही है नजर  कृपया अनुशीर्षक पूर्ण पढ़ें।

√आज का विषय है ' खामोश नज़र ' ।

√ आज के हमारे ' मंच प्रमुख ' है रोज़ी संबरीया  जी।

√ आपको अपनी रचना दो पंक्तियों में लिखनी है।
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