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वो मूर्ख हैं जो प्रेम को बकवास कहते हैं, प्रेम इस

वो मूर्ख हैं जो प्रेम को बकवास कहते हैं, प्रेम इस दुनिया की जड़ है, जिससे दुनिया बनी है..!

अपनी इच्छा की शक्ति से अपने आप को नया आकार दें; अपने आप को कभी भी स्व-इच्छा से नीचा न होने दें।

बुद्धिमान अपनी चेतना को एकीकृत करते हैं और कर्म के फल के प्रति आसक्ति को त्याग देते हैं।

मनुष्य अपने विश्वास से निर्मित होता है, जैसा वो विश्वास करता है वैसा वो बन जाता है !

मन चंचल होता है, यह इधर उधर भागता है और किसी भी कार्य की एकाग्रता का दुश्मन है। लेकिन यदि यह व्यक्ति के वश में हो जाये तो इससे अच्छा कोई मित्र नहीं है। मन को एकाग्र करना जरूरी है बस थोड़े से प्रयास और अभ्यास की जरूरत है।

“मेरे लिए न कोई घृणित है और न ही कोई प्रिये, न कोई निर्धन है और न ही कोई धनी, बस जो भक्ति भाव के साथ मुझे याद करते हैं मैं उनका हूँ और वो मेरे।”– कृष्ण कोट्स

श्री कृष्ण उन्हीं के हैं जो श्री कृष्ण के हैं।भगवान तो बस प्रेम, भक्ति के भूखें हैं। जो भी उनकी भक्ति में लीं होता है, जो भी प्रेम से उन्हें याद करता है वो सदैव उसका कल्याण करते हैं।

“मैं हमेशा तुम्हारे साथ और तुम्हारे आसपास रहता है चाहे तुम कुछ भी कर रहे हों।”

©Tillu Singh
  #श्रीकृष्ण कोट्स
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Tillu Singh

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#श्रीकृष्ण कोट्स

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