खुला आसमान, दूर तक फैली हरयाली, ऊंचे ऊंचे पहाड़, कहीं रेतीली भूमी, कहीं हर तरफ सन्नाटा , कल कल बहती नदियां.. इन सब को दूर छोड़ हम एक आधुनिक चाकाचोंध में अपने जिंदगी का कीमती समय बिता रहें हैं, एक खोखले दिखवे के लिए.. और कहते हैं , हम विकसित हैं, रोज़ नये बीमारियों को जन्म देती ये प्रदूषण, और हम चंद पैसों के लिए भागे जा रहे हैं, और विवश हैं चार दीवारी में कैद रहने के लिए.. क्या यही विकास है, क्या इसे ही ज़िन्दगी कहते हैं.. आखिर कब तक.... एक शुकुन की तलाश में प्रकृति को धोका देते रहेंगे.. #yqdidi #nadiyan #jeevan #yqbaba #yqgudia #yqquote